रविवार, 23 मार्च 2014

अवश्य महँगा पडेगा खान्ग्रेस अर्थात कांग्रेस को भगवा को बदनाम करने के उद्देश्य से आतंकवादी कहना


अवश्य महँगा पडेगा खान्ग्रेस अर्थात कांग्रेस को भगवा को बदनाम करने के उद्देश्य से आतंकवादी कहना 


जिस भगवा की पताका भारतवर्ष के हर घर मे पूजा के समय छत पर पहराई जाती है, यही भगवा पताका थी जो महाभारत के युद्ध मे रथो पर लहरा - फहरा  रही थी, यह वही रंग जो आज भी भारतवर्ष के  राष्‍ट्रीय ध्‍वज तिरंगा मे विद्यमान है। निवर्तमान संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की खांग्रेसी अर्थात कांग्रेस सरकार बहुमत मे थी तो उसे भगवा के गौरवशाली इतिहास को , आर्य सनातन वैदिक हिन्दू धर्म में भगवा के महत्व को जानते हुए भी लगता था कि भगवा रंग आतंक का पर्याय है तो अवलिम्ब संविधान संशोधन करके राष्‍ट्रीय ध्‍वज मे से भगवा रंग को निकलवा देना चाहिये था , क्‍योकि वास्‍वत मे यह ध्‍वज भी भगवा अंश लेने के कारण आतंक का पर्याय हो रहा है।

 वास्‍तव मे भारतीय सभ्यता - संस्कृति के प्रतीक भगवा रंग को आतंकवाद से जोड़कर खान्ग्रेस गठबंधन सरकार द्वारा मुस्लिम तुष्ठिकरण नीति का पालन करते हुए आर्य सनातन वैदिक पुरातन अर्थात प्राचीन संस्कृति को बदनाम करने का कुचक्र रचा जाता  रहा है। जहाँ तक खान्ग्रेस के ‘भगवा आतंकवाद’ कहे जाने का सवाल है तो इसका हकीकत यह है कि खान्ग्रेस वास्तविक आतंकवादियों का बचाने के लिए यह प्रचारित करती  रही है। यह खान्ग्रेस आस्तीन मे सॉप पाल रही है जो -जो देश भक्त है उन्‍हे आतंकवादी धोषित कर रही है। निश्चित रूप से खांग्रेस का यह कुकृत्‍य बहुसंख्यक हिन्‍दु समुदाय कभी नही भूलेगा और निश्चित रूप से हिन्‍दुओ को अपमानित करने का परिणाम उसे भोगना ही पड़ेगा और खान्ग्रेस को भगवा को बदनाम करने के उद्देश्य से आतंकवादी कहना अवश्य महँगा पडेगा ।





कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें